Tuesday 28 April 2020

Shakun Trivedi : ठहरी हुई जिंदगी

Shakun Trivedi : ठहरी हुई जिंदगी: " ये लो चाय, हम जा रहे है।"   पतिदेव की प्रातः कालीन बेला  की मधुर  नींद एक झटके में ही खुल गई बोले - "  कहां जा ...

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